कैसे बनें अच्छे पैरेंट्स (How to be a good parent)

हर पैरेंट्स (parents) चाहते हैं कि उनके बच्चों में अच्छे संस्कार हों, वे दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार (behaviour) करें। उनके बच्चों में किसी तरह का ऐब (mischief) न हो। ऐसा करने के लिए हर पैरेंट्स अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या आप एक अच्छे पैरेंट्स हैं? जब तक आप अच्छे पैरेंट्स नहीं होंगे, तब तक आप अपने बच्चों को अच्छी परवरिश (good upbringing) नहीं दे पाएंगे।

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अच्छे पैरेंट्स कौन होते हैं (what makes a good parent)

अच्छे पैरेंट्स होने का मतलब यह कतई नहीं है कि आपको पर्फेक्ट पैरेंट (perfect parent) बनना होगा। पर्फेक्ट तो कोई नहीं होता। हां, आप बच्चे से संबंधित जो भी फैसले लें, उनके हित को निश्चित को रूप से ध्यान में रखें। 

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अगर आप चाहते हैं कि बच्चे में कोई अच्छी आदत (good habbit) शामिल हो, इसके लिए पहले उस आदत को खुद में शामिल करें। ऐसा करके आप बच्चे के लिए रोल माॅडल (role model) बन सकते हैं।

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प्यार जताएं (show your love and affection)

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा लोगों के साथ प्यार से पेश आए, तो आप भी ऐसा ही करें। लोगों के प्रति प्यार से पेश आएं। यही नहीं प्यार जताना भी जरूरी है। जरूरी नहीं है कि आप उन्हें तोहफे (gift) दें या महंगे रेस्तरां से खाना ऑर्डर करें। इसके बजाय उनके साथ समय (spend time) बिताएं। उन्हें प्यार से गले (hug) लगाएं।

आपकी ये आदतें (habbits) उनके व्यवहार को हमेशा पाॅजीटिव बनाए रखती है। वे भावुक इंसान के रूप में बड़े होते हैं।

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पाॅजीटिव पैरेंटिंग करें (Support positive parenting) 

अगर बच्चे की कोई आदत बुरी (bad habbit) है तो उसे हमेशा इसको लेकर डांटे (do no scold kids all the time) नहीं। डांट से बच्चे कभी नहीं सुधरते हैं। इसके बजाय पाॅजीटिव पैरेंटिंग करने की कोशिश करें। पाॅजीटिव पैरेंटिंग की मदद से बच्चों की पर्सनालिटी विकसित (personality development) होती है। वे किसी भी पहलू के सकारात्मक दृष्टिकोण को ही देखेंगे।

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इसके लिए आपको चाहिए कि बच्चों के अंदर सिर्फ पाॅजीटिव चीजों को शामिल करें। इसके लिए आपको चाहिए कि यदि किसी समस्या (problems) में फंसे हैं, तो उसके प्रति सकारात्मक रुख (positive point of view) रखें। हार (failure) रहे हैं, तो उसे स्वीकारें। बार-बार नए सिरे से शुरुआत (start from the begining) करें। इस तरह बच्चे को समझ आएगा कि मेहनत की कभी हार नहीं होती है।

बच्चों को सुरक्षा दें (Give safety and security to children)

बच्चे की जिंदगी में अलग-अलग समय में उतार-चढ़ाव आना आम बात है। आपको उन्हें यह अहसास कराना है कि आप उनके लिए हमेशा मौजूद हैं। कभी भी वे खुद को अकेला न समझें।

यदि बच्चे की लाइफ में कभी कोई ऐसी स्थिति आती है जब वह खुद को संभाल नहीं पा रहा है, तो आप पीछे न रहें। यह न सोचें कि वह खुद ही समस्या से निपट लेगा।

हाहालांकि आपको उन्हें मौका (chance) देना चाहिए ताकि वे समस्या को समझकर आगे बढ़ सके। लेकिन जिस भी समय लगे कि बच्चा उलझ गया है, वह बाहर नहीं आ पा रहा है, तो आप जरूर उसकी मदद (help) करें।

ऐसा करके आप में और बच्चे में इमोशनल रिश्ता (emotional bond) विकसित होगा। साथ ही बच्चे में मानसिक और सामाजिक विकास (mental and social development) भी होगा। वे दूसरों की मदद करना सीखेगा।

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