बेडरूम के लिए वास्तु टिप्स (Vastu Tips for your Bedroom)

कभी-कभी न चाहते हुए भी पति-पत्नी के बीच काफी क्लेश होता रहता है। ऐसा नहीं है कि पति-पत्नी अपने-अपने तरीके से समस्या को सुलझाने की कोशिश नहीं करते हैं। इसके बावजूद बात नहीं बनती है। क्या कभी आपने अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए वास्तु टिप्स का सहारा लिया है?

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वास्तु के जरिए आप अपनी जिंदगी को ही नहीं बल्कि अपने वैवाहिक जीवन को भी खुशहाल बना सकते हैं। आज हम इस लेख में बात करेंगे कि बेडरूम की दिशा-दशा किस तरह आपके वैवाहिक जीवन को प्रभावित करती है और आप इसके लिए क्या कर सकते हैं।

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बेडरूम डायरेक्शन (Direction of bedroom)

विशेषज्ञों का दावा है कि जब बेडरूम का डायरेक्शन साउथ वेस्ट की ओर होता है तो इससे घर के मालिकों को अच्छा स्वास्थ्य, खुशहाली और लंबी आयु (good health and prosperity for the home owner and enhances longevity) मिलती है। नाॅर्थ ईस्ट और साउथ ईस्ट डायरेक्शन की ओर बेडरूम की दिशा नहीं होनी चाहिए। साउथ ईस्ट दिशा में घर होने से पति-पत्नी के बीच तनाव और झगड़े बने रहते हैं।

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इतना ही नहीं नाॅर्थ ईस्ट डायरेक्शन में घर के कारण स्वास्थ्य भी (The bedroom in the north-east may cause a health issue) प्रभावित होता है। जहां तक बच्चों के बेडरूम की बात है तो उनका बेडरूम ईस्ट यानी पूर्व दिशा या नाॅर्थ वेस्ट जोन में हेाना चाहिए। इसके अलावा नाॅर्थ में जो बेडरूम होते हैं, वे सबके लिए भाग्यशाली माने जाते हैं। यह खासकर उन बच्चों के लिए ज्यादा लाभकारी होेते हैं, जो अपने करियर को नई दिशा देने के लिए तत्पर हैं। इससे उनके अध्ययन में भी मदद मिलती है।

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बेड की दिशा (Bed placement)

वास्तु के अनुसार आपके बेड का डायरेक्शन ईस्ट या साउथ (east or south) दिशा की ओर होना चाहिए। असल में बेड का डायरेक्शन (bed direction) घर के सभी सदस्यों की जिंदगी और स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी होता है। वास्तु विशेषज्ञों की मानें तो मास्टर बेडरूम (master bedroom) में स्लीपिंग पाॅजीशन (sleeping postition) या साउथ की ओर या फिर वेस्ट (south or west) की ओर होना चाहिए।

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बेड साउथ या वेस्ट (south or west) डायरेक्शन की दीवार से सटी हुई होनी चाहिए। बेड में सोने की आपकी दिशा इस तरह होनी चाहिए कि सोने पर आपके पांव की दिशा नाॅर्थ या ईस्ट की तरह होनी चाहिए।

पति-पत्नी को साथ मिलकर एक ही मेट्रेस (mattresses) पर सोना चाहिए। दो अलग-अलग मेट्रेस या गद्दे का उपयोग न करें। इससे पति-पत्नी के बीच दरार आती है। अच्छे रिश्तों के लिए आवश्यक है कि पति-पत्नी लकड़ी के बेड में सोएं। अपने बेड को कमरे के काॅर्नर में न सेट (Avoid bed placement in the corner of the room) करें।

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दरअसल काॅर्नर में बेड लगाने की वजह से पाॅजीटिश एनर्जी खुलकर घर में फ्लो नहीं कर पाती है। वास्तु के मुताबिक बेड को सेंट्रल पाॅजीशन  में रखा जाना चाहिए ताकि एनर्जी पूरे घर में आसानी से घूम-फिर सके।

बेडरूम में शीशे की दिशा (Mirror placement in the bedroom)

यदि आप बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल (dressing table) लगा रहे हैं, तो जरा सतर्क (be alert) हो जाएं। ड्रेसिंग टेबल में शीशा लगाता होता है और वास्तु के अनुसार (according to vastu) शीशे को बेड के ठीक सामने लगाने से बचें। दरअसल सोने के दौरान यदि आपके शरीर का रिफ्लेक्शन शीशे में नजर आता है, तो वास्तु में इसे अच्छा नहीं माना जाता। वरन यह अशुभ (reflection of one’s sleeping body in a mirror is inauspicious.)  कहलाता है।

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उपकरणों को बेडरूम से दूर रखें (Banish devices)

बेडरूम में ऐसी कोई चीज न रखें, जो पति-पत्नी के रिश्तों के बीच खलल डालती है। कहने का मतलब है कि बेडरूम में टीवी (television) या इसी तरह के अन्य उपकरणों (devices) को बेडरूम (bedroom) में न रखें। यदि बेडरूम में टीवी रखना ही पड़े तो बेड से टीवी की दूरी ठीक-ठाक हो। टीवी का स्क्रीन बेड के उल्टी डायरेक्शन में रखने से बचें।

इसी तरह कंप्यूटर (computer) भी बेडरूम में न रखें या फिर एक सुनिश्चित दूरी पर रखें। इसके अलावा मोबाइल फोन (mobile phone) हाई इलेक्ट्रो स्ट्रेस इंस्ट्रूमेंट (high electro stress instrument) होते हैं। सेल फोन, टीवी या कंप्यूटर की फ्रिक्वेंसी नुक़सानदेह होती है। इससे दूरी बनाना ही बेहतर होता है।

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