वर्ल्ड एन्वायरमेंट डे (World Environment Day)

पिछले कुछ महीनों से जिस तरह से हम सब अपने-अपने घरों में कैद हैं और कोरोनावायरस के इस जंग में हर व्यक्ति शामिल है। इस सबसे हमें कहीं न कहीं इस बात का अहसास हो गया है कि कि हम प्रकृति के लिए महज अन्य जानवरों की तरह एक जीव हैं। हम प्रकृति को बदल नहीं सकते। वह चाहे तो कभी भी हमारी जान ले सकती है। बहरहाल प्रकृति के पास हमारे लिए बहुत कुछ है। प्रकृति हर व्यक्ति की जरूरतों को पूरा कर सकती है, जबकि चाहतों (desire) को पूरा करने की कूव्वत (capability) उसमें नहीं है।

असल में हर इंसान की डिमांड (demands) इतनी बढ़ गई है कि हम न चाहते हुए भी अपने पर्यावरण को नुकसान (harm environment) पहुंचा रहे हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम आज और अभी से सजग हो जाएं। अपने-अपने स्तर पर हर वो काम करें, जो हमारी प्रकृति (nature) या पर्यावरण को फायदा पहुंचाती है। आइए जानते हैं कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हम क्या-क्या कर सकते हैं।

बैग्स का रीयूज करें (Use Reusable Bags)

आप चाहे कुछ भी खरीद रहे हैं, एक ही बैग का बार-बार यूज करें। इसलिए कोशिश करें रीयूजेबल बैग का इस्तेमाल (use reusable bags)  करने की। आमतौर पर लोग बेहिचक सब्जी मंडी, राशन लेने जाने के दौरान अपने साथ बैग ले जाना भूल जाते हैं। ध्यान रखें कि आप जितना ज्यादा बैग का इस्तेमाल करेंगे, उसकी प्रोडक्टिविटी उतनी बढ़ेगी।

बैग की बढ़ती प्रोडक्टिविटी पर्यावरण के लिए नुकसानदायक (harmful) होती है। इसलिए कोशिश करें कि जहां भी अपने जाएं अपने साथ बैग लेकर जाएं ताकि किसी सामान के खरीदने पर आपको नया बैग न खरीदना पड़े।

इलेक्ट्रिसिटी बचाएं (Save Electricity)

इन दिनों चूंकि हम सब घर में हैं। टीवी, लाइटें (Tv, lights) लगभग सारा दिन जली रहती हैं। हद तो यह है कि जिस कमरे में कोई नहीं है, उस कमरे की भी लाइटें जली होती हैं। पर्यावारण को सुरक्षित रखना है तो अपनी इस आदत में आवश्यक तौरपर सुधार करें। इलेक्ट्रिसिटी बचाएं। जब भी कमरे से बाहर निकलें बल्ब, ट्यूबलाइट बंद कर दें। एसी की जब जरूरत न हो, उसे न चलाएं।

रोशनी के लिए खिड़की-दरवाजे खोल सकते हैं। इसी तरह यदि बाहर का वातावरण ठंडा है तो घर के अंदर पंखा चलाने से बचें। इस तरह तिनका-तिना करके ही सही, लेनिक पर्यावरण को बेहतर करने में काफी अहम भूमिका निभाते हैं।

पानी बचाएं (Save Water)

पर्यावरण के लिए ही नहीं, पानी तो हमें अपनी निजी जिंदगी के लिए भी बचानी चाहिए। कहने की जरूरत नहीं है कि गर्मी का मौसम आते ही किस तरह लोग पानी के दर-दर भटकते हैं। पानी के लिए टंकर पैसों से खरीदकर मंगाए जाते हैं और एक टंकर के सामने किस तरह लोगों की भीड़ जमा हो जाती है।

जाहिर है, इससे आपको अंदाजा हो जाना चाहिए कि पानी कितना जरूरी है और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी पानी की अहम है। इसलिए जितना हो सके, पानी बचाएं। जब आप पानी बचाएंगे तभी आपकी भावी पीढ़ी भी पानी बचाने के संदर्भ में सजगह और सचेत होगी।

कागजों का इस्तेमाल कम करें (Reuse papers)

हालांकि इन दिनों अच्छी बात ये है कि ज्यादातर क्लासेस ऑनलाइन (online classes) हो रही हैं। इस वजह से पेपर का इस्तेमाल कम हो रहा है। लेकिन जब हम सामान्य जिंदगी जीने लगेंगे, एक बार फिर कागजों का इस्तेमाल बेहिचक, बेधड़क करेंगे।

जबकि हमें कागजों का इस्तेमाल बहुत कम करना चाहिए। सीनियर छात्रों को अपने नोट्स नहीं फेंकने चाहिए। उन्हें अपने अगली सेशन के छात्रों को उन नोट्स को दे देने चाहिए। इससे छात्रों को नोट्स तो मिल ही जाते हैं, साथ ही कागजों का भी कम उपयोग होता है।

साइकिल का उपयोग करें (use cycle to travel)

कहते हैं कि साइकिल (cycel) देश की अर्थव्यवस्था के लिए बिल्कुल सही नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो व्यक्ति साइकिल चलाता है, वह स्वस्थ रहता है। अतः उसे कभी डाॅक्टर (doctor) के पास नहीं जाना पड़ता। साइकिल में पेट्रोल (petrol) की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए साइकिल चलाने वाले को कभी भी पेट्रोल के लिए पैसे खर्च नहीं कर पड़ते। इस तरह देखा जाए तो साइकिल चलाने वाला कभी भी प्रदूषण नहीं फैलाता है।

जाहिर है हमें कार चलाने वालों से ज्यादा साइकिल चलाने वाले लोगों की जरूरत है ताकि प्रदूषण कम हो और हमारा पर्यावरण सुरक्षित रह सके।

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