फाइनेंशियल स्ट्रेस से कैसे निपटें | How to deal with Financial Stress

साल 2020 तो मानों उतार-चढ़ाव का साल रहा है। इस साल लोगों ने सबसे ज्यादा पैसों की तंगी (money problems) झेली है। जब पैसों की तंगी होती है तो लोगों में फाइनेंशियल स्ट्रेस (financial stress) तो होता ही है।

सवाल ये उठता है कि फाइनेंशियल स्ट्रेस से किस तरह निपटा (how to handle financial stress) जाए?

जाहिर है कि अपने फाइनेंस (finance) में थोड़ा बहुत फेरबदल करके। साथ ही पैसों की तंगी से बाहर निकल कर।

इस लेख में आप जानेंगे कि अपनी फाइनेंस की परेशानियों (finance problems) से किस तरह डील (deal) कर सकते हैं ताकि फोन बिल (phone bills), बिजली बिल (electricity bill) और पानी का बिल भी आप समय पर भर सकें। इसके अलावा थोड़े बहुत पैसे सेव (savings) भी कर सकें।

यह सब करने के बाद ही आप फाइनेंशियल स्ट्रेस से बाहर आ पाएंगे।

खर्चों पर जरा ध्यान दें (pay attention on your expenses)

हालांकि पैसों की परेशानी (money issues) उन घरों में होती है, जहां पैसों का मैनेजमेंट (management of money) ठीक तरह से नहीं होता है। जबकि इन दिनों नौकरी न होने के कारण (jobless), आधी सैलरी (fiftey percent salary) मिलने के कारण इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा है।

इसलिए अपने खर्चों (expenses) पर थोड़ा अच्छी तरह गौर करें। खर्च मतलब सिर्फ आपकी शाॅपिंग (shopping) या फिजूल के खर्च शामिल नहीं हैं। खर्च में आप अपने क्रेडिट कार्ड की पेमेंट (credit card payment), बिल की पेमेंट (bill payment) का भी ध्यान रखें।

कोशिश करें कि आप क्रेडिट कार्ड (credit card) के जरिए कम से कम खर्च करेंगे ताकि खर्चों का बोझ आप पर फाइनेंशियल स्ट्रेस (financial stress) न बढ़ा सके।

असल में आपको यह पता होना चाहिए कि आखिर किस वजह से आपको फानेंशियल स्ट्रेस है। वजह जानने के बाद ही आप उस पर वर्क कर सकेंगे। इन चीजों को आप किसी डायरी में नोट कर सकते हैं ताकि खर्च का सही हिसाब आपके पास हो।

पाॅजीटिव रहें (be positive)

माना कि इस साल पाॅजीटिव (positive) रहने जैसा कुछ नहीं हुआ है। करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई है, करोड़ों लोगों की सैलेरी कम हो गई है।

इसके बावजूद अगर आप हर समय नेगेटिव (negative) सोचते रहेंगे, आपके जहन में यही बात रहेगी कि आखिर किस तरह खर्च को मैनेज करें (how to manage expenses) या फिर मैं तो किसी चीज को मैनेज कर ही नहीं सकता। ये चीजें आपको अंदर तक नेगेटिविटी से भर सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि  अपनी सोच को पाॅजीटिव बनाए रखें।

आपको खुद पर भरोसा करना होगा कि आप फाइनेंशियल स्ट्रेस (financial stress) से निकल सकते हैं।

वास्तविक सोच रखें (be realistic)

हाथ में नौकरी नहीं है और ख्वाब अम्बानी जैसे अमीर बनने के देखे जाए और किया कुछ न जाए, तो इस तरह के ख्वाब को अव्यवहारिक (unrealistic dream) ख्वाब ही कहा जाता है।

सबके लिए जरूरी है कि वे अपनी सोच को वास्तविक (practical) रखें। आप अच्छी तरह जानते हैं कि आप कितना कमाते हैं और खर्च करने की सीमा (limit your expenses) क्या होनी चाहिए?

अगर न चाहते हुए भी खर्च ज्याद हो जाता है तो प्लान (plan your expenses) बनाएं। खर्च करने के लिए एक सीमित राशि तय करें। इस राशि से ऊपर खर्च कतई न करें।

इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि अपने लिए ऐसे गोल सेट न करें, जो अव्यवहारिक से नजर आएं। बेहतर है, वही सोचें, वही करें जिसकी मदद से आप फाइनेंशियल स्ट्रेस (financial stress) को बीट कर सकें।

अपनी आय का अच्छा इस्तेमाल करें (Make the most of your income)

अगर आप यह सोचते रहेंगे कि आप अपने मन का खर्च करने के लिए बहुत कम कमाते हैं तो यकीन मानिए जिंदगी भर फाइनेंशियल स्ट्रेस से जूझते रहेंगे और खुद को पाॅजीटि (positive) नहीं रख पाएंगे।

इसके बजाय आपको कोशिश ये करनी है कि अपनी सैलेरी (salary) का अच्छा उपयोग (use) करें। उन चीजों पर खर्च करें, जिन्हें लेने के बाद आपको अफसोस न हों। खर्च वहीं करें, जो जायज हो। फिजूल के खर्च से खुद को रोके रखें। इस तरह आपकी कुछ सेविंग्स (savings) भी हो जाएगी।

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