धोखा देने वाले को कैसे माफ करें | How to forgive Someone

कई बार ऐसा होता है कि जिससे हम सबसे ज्यादा उम्मीद करते हैं, वही हमें पीछे से धोखा (betrayal) देकर चला जाता है। इससे भरोसा (trust) तो टूटता ही है, जिंदगी भी मानो थम (effects your life) सी जाती है।

ऐसे में अगर कोई आपसे कहे कि जिसने भी आपको धोखा दिया है, उसे माफ (forgive) कर दो। बात थोड़ी अटपटी लगती है। है न? ऐसा लगता है जिसने मेरी जिंदगी तबाह कर दी है, उसे माफ करने का (how to forgive someone who betrays You) मतलब ही नहीं बनता।

लेकिन यकीन मानिए जब तक आप उसे माफ (forgive) नहीं करते, आपके दिल में कड़वाहट, अफसोस हमेशा बना रहेगा। इतना ही नहीं जिंदगी में कभी भी दूसरों पर भरोसा करने के लिए खुद को तैयार नहीं कर पाएंगे।

इसलिए जरूरी है कि जो भी आपको धोखा दे, उसे माफ (forgive) जरूर कर दें। सवाल ये उठता है कि माफी कैसे दी (how to forgive) जाए? क्या सिर्फ कह देने भर से कि माफ कर दिया, बात बन जाती है? नहीं। आइए यहां बताए गए कुछ बिंदुओं पर गौर करते हैं।

माफ करने का फैसला लें (Deciding to forgive)

सबसे पहले तो यह जानें कि आखिर माफ करना क्या होता है? सिर्फ कह देने से माफी (forgive) नहीं दी जा सकती है। माफ कर देने का मतलब यह भी नहीं है कि आपके साथ किए गए धोखे को आपने (accepting the betrayal) स्वीकार कर लिया है। 

माफ करने का मतलब है कि खुद को गुस्सा (anger), नफरत (hate) जैसी भावनाओं से मुक्त (act of freeing yourself) कर देना। माफ कर देने का मतलब होता है कि जिसने आपको धोखा दिया है, उसके प्रति अपना नज़रिया बदल लेना।

ध्यान रखें कि जब आप किसी को माफ नहीं करते हैं, तो इसका अर्थ होता है कि आपने खुद को आगे बढ़ने से (refuse to move on) रोका हुआ है। आप उस स्थिति या सिचुएशन (condition and situation) से बाहर नहीं आ पा रहे हैं।

यदि आपने उसे माफ नहीं किया तो आप खुद को कभी आजाद महसूस नहीं (won’t be able to live your own life) कर पाएंगे। इसलिए माफ करने का फैसला लें।

तय करें कि क्यों माफ करना चाहते हैं (Decide why you want to forgive)

माफ (forgive) करने के पीछे आमतौर पर दो वजह होती है। एक, अपनी वैल्यूज (values) पर भरोसा रखना, जो कि आप अब तक करते रहे हैं। दूसरा, खुद को धोखे की वजह से मिले दर्द से आजाद (help you overcome the emotional pain) कर देना। दोनों वजहें अपनी-अपनी जगह सही है।

लेकिन जब आप दूसरी वजह पर गौर करते हैं, तो आपको पता चलता है कि माफ करने से आप खुद को खुश करने का बहाना दे रहे हैं। दूसरों की, की हुई गलती की सजा खुद को देना कभी भी (you use forgiveness as a tool to help yourself) सही नहीं है।

माफ करने के लिए खुद को फोर्स न करें (Don’t force forgiveness)

माफ (forgive) करना कभी भी आसान नहीं होता है। यह एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला (forgive is important decision) होता है, जिसे आप रातों-रात नहीं ले सकते हैं। यह भी सच है कि माफ करने के फैसले पर एकदम से अमल (won’t happen overnight) भी नहीं किया जा सकता है।

विशेषज्ञ तो यह भी कहते हैं कि छोटा सा धोखा भी व्यक्ति को लंबे समय तक दुख पहुंचा सकता है। इसलिए जब आप किसी को माफ (forgive) करना चाहते हैं, तो इसे एक लक्ष्य (goal) की तरह सोच सकते हैं। वक्त लग सकता है, लेकिन समय गुजरने के साथ-साथ आप एक न एक दिन उस व्यक्ति को माफ जरूर कर देंगे, जिसने आपको धोखा दिया है।

तय करें कि धोखेबाज व्यक्ति की अहमियत क्या है (Decide the relationship with the betrayer)

माफ (forgive) करना तब आसान हो जाता है जब धोखा देने वाले व्यक्ति के साथ आपका रिश्ता (relationship) तय हो जाता है। मतलब यह कि आपको प्यार (love) में धोखा (betrayals) मिला है, नौकरी (job) में, दोस्ती (friendship) में या किसी और चीज में। यदि आपको अपने रिश्ते में यानी प्यार में धोखा मिला है, तो उसे भुला पाना और अपने लव पार्टनर को माफ करना आसान नहीं होता।

लव पार्टनर (love partner) को माफ करना शायद दुनिया का सबसे बड़ा चैलेंज (challenge) होता है। इसकी वजह है कि आप उसे बेइंतहां मुहब्बत करते हैं और उसके धोखे की वजह से उससे नफरत भी करने लगे हैं। लेकिन नफरत में अब भी कहीं प्यार छिपा है, जिस वजह से आप उसे माफ नहीं कर पाते।

ऐसे रिश्ते में माफी मुश्किल से दी जाती है। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपने उसे माफ नहीं किया तो आप कभी किसी नए रिश्ते में बंध नहीं पाएंगे। यहां तक कि किसी पर भरोसा (trust) भी नहीं कर पाएंगे।

इसलिए अब अगर वह आपकी जिंदगी का हिस्सा (part of life) नहीं है, तो उसे माफ (foregive) कर दें और उससे कभी न मिलने का फैसला ले लें।

इसी तरह धोखा देने वाले व्यक्ति के साथ अपना रिश्ता तय कर लें और वह व्यक्ति जरूरी न हो और स्थिति आपसे संभल रही हो, तो माफ कर दें और आगे बढ़ जाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *