डेटिंग से जुड़े रोमांचक मिथ और तथ्य | Common myths about Dating and Love

डेटिंग (dating) यानी आप किसी के साथ रिश्ते (relationship) में हैं और समय-समय पर उसके साथ कहीं जाते हैं या फिर अच्छा समय बिताते हैं। इसे आप डेटिंग (dating) कह सकते हैं। लेकिन वक्त के साथ-साथ डेटिंग के कई मायने बदले हैं। यह जरूरी है। वक्त और माहौल के हिसाब से हर चीज में कुछ घटता और बढ़ता है। ऐसा ही कुछ डेटिंग (dating) के साथ भी हुआ है।

दिलचस्प बात ये है कि डेटिंग को लेकर लोगों के बीच कई तरह के मिथ (myth) घूम रहे हैं। हम उसे ही सच मान लेते हैं। आइए कुछ ऐसे ही रोचक मिथ और उनसे जुड़े तथ्यों (myth and facts) के बारे में जानते हैं।

मिथ (myth) – मैं रिश्ते में बंधकर ही खुश रह सकता हूं (can only be happy and fulfilled if I’m in a relationship)

तथ्य (fact) – हालांकि यह सच है कि जब आप रिलेशनशिप (relationship) में होते हैं तो ज्यादा खुश (happy) और हेल्दी (healthy) होते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है रिश्ता आपकी खुशियों की (secret of happiness) गारंटी है। ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो बिना किसी रिश्ते में होने के बावजूद या किसी के साथ डेटिंग न करने के बावजूद वे खुश हैं और अच्छी, हेल्दी (healthy) लाइफ (life) जी रहे हैं।

ऐसे लोग खुद को सिंगल (single) कहते हैं। सिंगल होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि वह तनाव या स्ट्रेस (stress) से गुजर रहा है। उसके जीवन में तन्हाई और अकेलापन (lonliness) है। बिल्कुल नहीं।

वैसे आपको बताते चलें कि बुरे रिश्ते में होने से अच्छा है कि आप किसी तरह के रिश्ते में खुद को न बांधें। 

मिथ (myth) – यदि पहली नजर में किसी से अट्रैक्शन न हुआ हो, तो वह प्यार नहीं हो सकता (If I do not immediately feel attraction towards anyone, it is not worth to pursue the relationship)

तथ्य (fact) – यह एक ऐसा मिथ है, जिससे हर कपल (couple), हर व्यक्ति खुद को जुड़ा हुआ महसूस करता है। खासकर उनके लिए यह ज्यादा जरूरी, जिनके ब्रेकअप (breakup) हो चुके हैं।

ध्यान रखें कि प्यार (love) करना और किसी के प्रति सेक्सुअली अट्रैक्ट (sexually attract) होना एक चीज नहीं है। व्यक्ति विशेष के प्रति आपकी भावनाएं बदल सकती है। यदि प्यार है, तो वक्त के साथ वह और गहरा होता चला जाता है।

प्यार भरे रिश्ते में दोस्ती (friendship), संवेदनाएं (sensitivity) सब चीजें शामिल होती हैं। ऐसे रिश्ते वक्त के साथ बेहतर होते चले जाते हैं। पहली नजर के प्यार के फंडे को जरा कम ही अपनाएं। इसका जिंदगी से जरा कम सरोकार नजर आता है।

मिथ (myth) – डेटिंग को लेकर महिलाएं और पुरुष अलग-अलग सोचते हैं (Women and men think differently about dating)

तथ्य (fact) – डेटिंग (dating), इश्क, मोहब्बत, प्यार (love) को लेकर लगभग हर व्यक्ति की सोच एक जैसी होती है। हां, हर व्यक्ति की अपनी भावनाओं को व्यक्त (express) करने के तरीके अलग हो सकते हैं।

इस बात को भी समझें कि पुरुष और महिलाएं दोनों ही हर तरह के इमोशन्स जैसे दुख (sad), गुस्सा (anger), डर (fear), खुशी (happy) सबका एक जैसा अनुभव करते हैं। डेटिंग के संबंध में भी ऐसा ही होता है।

मिथ (myth)सच्चा प्यार हमेशा बना रहता है और गुजरते वक्त के साथ फिजीकल अट्रैक्शन कम हो जाता है (True love always remains same while physical attraction decreases over time)

तथ्य (fact) – प्यार कभी स्थिर (constant) नहीं हो सकता। वह भी वक्त के साथ कम होता है या बढ़ता है। इसी तरह शारीरिक आकर्षक (physical attraction) में भी कमतरी या बढ़ोत्तरी होती है।

जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे सेक्सुअल हार्मोन्स (sexual hormones) कम होने लगते हैं। इस वजह से सेक्स की चाह (desire of sex) में कमी आ सकती है। जबकि भावनाएं हमारे हार्मोन से नहीं बल्कि हमारे पैशन (passion) से प्रभावित होती हैं।

हमारा प्यार गुजरते वक्त के साथ और मजबूत (strong) हो सकता है।

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