म्यूजिक सुनने के 4 फायदे | 4 Benefits of Listening to Music

आपने अकसर नोटिस किया होगा कि जब भी आप कोई गाना सुनते हैं, तो होंठों पर मुस्कान (smile on face), आंखों में चमक अपने आप जाती है। असल में म्यूजिक मस्ती का दूसरा नाम है। यह इमोशन्स व्यक्त करने का बेहतरीन तरीका (Music is the best way to express emotions) है। 

आप जानते ही होंगे कि गानें हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा भी (music is very important part of our lives)  हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कभी काम करते वक्त हम गाने सुनने लगते हैं तो कभी कुछ नहीं करते तब भी गानों की मदद से ही हम खुद को एंटरनटेन (entertain) करते हैं, कभी मूड खराब हो तब भी गाना सुनते हैं और जब मूड बहुत अच्छा हो तब भी गाना सुनते हैं। 

यहां तक कि मौसम भी हमें गाने सुनने के लिए इंस्पायर करते हैं। जैसे बरसात का मौसम हो तो जैसे पकोड़ों के साथ गाना सुनने का मजा ही कुछ और हो जाता है। 

इस लेख में हम जानेंगे कि गाने का आपके मूड पर कितना किस तरह पाॅजीटिवली एफेक्ट करता है।

पाॅजीटिव फीलिंग (Positive feeling)

म्यूजिक सुनने पर हम अच्छा तो महसूस करते हैं। इसके साथ ही जो लोग ज्यादातर समय गाने सुनते हैं, उनकी रचनात्मकता भी म्यूजिक से सकारात्मक रूप से प्रभावित होती है। 

म्यूजिक सुनने वालों का स्वास्थ्य भी अच्छा (beneficial to health) रहता है। इससे मेंटल हेल्थ (mental health) बेहतर होती है।

म्यूजिकल सरप्राइज (Musical surprise)

यह बात तो आप सभी जानते होंगे कि अचानक शोर या तेज आवाज से आप या तो चौंक (shock) जाते हैं, कांप (shiver) उठते हैं या फिर वो आवाज आपको अच्छी (good to hear) भी लग सकती है। असल में म्यूजिक का हमारे जीवन में यही प्रभाव है। तेज आवाज के म्यूजिक सुनने की वजह से आप हंस (laugh) सकते हैं, सरप्राइज हो सकते हैं और कभी-कभी डर (fear) का अहसास भी हो सकता है।

उदाहरण के रूप में समझें, आप फिल्म देखते हुए या लाइव काॅन्सर्ट देखते हुए अचानक आए तेज म्यूजिक से चौंक सकते हैं। एंग्जायटी डिसआर्डर (anxiety disorder) से गुजर रहे मरीजों के लिए गाना सुनना बहुत अच्छा होता है। इससे उनका तनाव (anxiety) कम होने में मदद मिलती है और अंदर से खुशी का अहसास (feels happiness) भी होता है।

खुशी की लहर (Wave of happiness)

कहने की जरूरत नहीं है कि म्यूजिक खुशी का एक बेहतरीन स्रोत (music is a source of happiness)  है। अकसर आपने देखा होगा कि जब छोटा बच्चा नहीं सो रहा होता है तो मां उसे लोरी सुनाकर सुला देती है। असल में बच्चे के मस्तिष्क पर भी मां की सुनाई हुई मधुर लोरी का गहरा असर पड़ता है।

यही नहीं कई बार म्यूजिक सुनते हुए आपका थिरकने (dance) का मन करता है। सही बात ये है कि म्यूजिक की वजह से न सिर्फ आपके मस्तिष्क में बल्कि आपके पूरे शरीर में खुशी की लहर (wave of happiness) दौड़ पड़ती है।

फिल्मों में तो म्यूजिक को अलग-अलग ऑब्जेक्टिवेस के साथ इस्तेमाल (use) किया जाता है। दर्शकों को डराना हो तो म्यूजिक, सस्पेंस के लिए म्यूजिक (music for suspense), प्यार के लिए म्यूजिक (music for love)। म्यूजिक के बिना ये सभी इमोशंस आधे-अधूरे ही समझ (Without music, all these emotions are incomplete) आते हैं।

भावनात्म लगाव (Emotional contagion)

आपने कभी गौर किया हो कि किसी को रोता हुआ देख आपका मूड अपसेट हो जाता है। इसी तरह किसी को हंसता हुआ देख आपको भी अच्छा महसूस होता है। म्यूजिक ठीक यही काम करता है। 

म्यूजिक की बदौलत आपके इमोशंस में कई बार उतार-चढ़ाव आते हैं। आप म्यूजिक के जितने करीब होंगे, आपको उतना ही अपने इमोशंस बयां करने में आसानी होगी।

कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि म्यूजिक आपको शारीरिक और मानसिक (music effects you mentally and physically) दोनों तरह से प्रभावित करती है। किसी भी अन्य कला की विधा की तुलना में म्यूजिक सबसे तेजी से आपके दिमाग पर असर डालती है। असल में थोड़े से कंसनट्रेशन से ही आप म्यूजिक को समझ सकते हैं और महसूस (you can feel music easily) कर सकते हैं।

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