कैसे रहें मेंटली फिट (how to improve your mental health)

कभी-कभी अचानक मूड खराब हो जाता है। कभी-कभी अचानक कुछ करने का मन नहीं करना। कभी-कभी तो यूं ही मन चिड़चिड़ा हो जाता है और न चाहते हुए भी दूसरों पर खींज निकल जाती है। क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों होता है? दरअसल जब आपका मन सही नहीं होता है, तब आपके ऐसा होता है।

अकसर देखने में आता है कि लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में काफी चिंता करते हैं। लेकिन मानसिक स्वास्थ्य की चिंता किसी को नहीं होती। जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आप मन से स्वस्थ होंगे तो तन भी स्वस्थ रहेगा। इसलिए जरूरी है कि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य यानी मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें।

खुद से पाॅजीटिव बातें करें

तमाम शोध ये बताते हैं कि आप खुद के बारे में क्या सोचते हैं, कैसा महसूस करते हैं, इसका आपके जीवन पर गहरा असर पड़ता है। इसलिए जब भी मन बोझिल हो तो खुद से पाॅजीटिव बातें करें।

जब भी लगे कि कोई काम मुश्किल है, तो ऐसा न सोचें कि आप उसे कर नहीं पाएंगे। इसके उलट खुद से कहें कि आप कोशिश करेंगे तो जरूर सफल होंगे। ये बातें आपको अंदर से प्रोत्साहित करती हैं। नतीजतन हारने के बावजूद आप नया प्रयास करने के लिए प्रेरित रहते हैं।

आभार व्यक्त करें

जब आप किसी के प्रति आभार व्यक्त करते हैं तो इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है और आप अंदर से खुश भी रहने लगते हैं। दरअसल आभार व्यक्त करने से आपके व्यवहार में सौम्यता आती है, लोगों के साथ आप नम्रता से पेश आते हैं।

ये वो बाते हैं जो आपको दूसरों के दिल में जगह देती है। जाहिर है, जब ज्यादा से ज्यादा लोगों के प्रति आप आभार व्यक्त करेंगे, उनकी जिंदगी में आप अच्छे दोस्तों के रूप में शामिल होंगे। दूसरों के लिए अच्छा बनने से खुद ब खुद मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होने लगता है।

हमेशा फोकस रहें

जब आप एक ही क्षण में कई तरह के काम करने में रुचि रखते हैं, तो यकीन मानिए इससे आप खुद को ही नुकसान पहुंचा रहे होते हैं। दरअसल जब आपका दिमाग एक ही क्षण में तरह-तरह की चीजों को करने की सोचता है, तो इससे मस्तिष्क को थकान होने लगती है।

हर काम को समयबद्ध और सूचिबद्ध होकर करें। इससे एक समय में आप एक ही काम करेंगे। आपके काम की गुणवत्ता भी बेहतर होगी और फोकस करने में भी आसानी होगी।

दिल की बातें शेयर करें

कहते हैं जो लोग ज्यादा बोलते हैं, उनके मन में कोई बात नहीं रहती। वे अपनी जिंदगी में मस्त होते हैं। असल में अपने दिल की बात शेयर करना बहुत जरूरी है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो अकसर आपका मन बोझिल रहने लगता है।

पाॅजीटिव रहना भी मुश्किल लगने लगता है। इसके उलट, जब आप अपने दोस्तों या करीबी के साथ दिल की बातें शेयर करते हैं तो आप भावनात्मक रूप से खुद को मजबूत पाते हैं। साथ ही आप खुद को बेहतर तरीके से पहचान पाते हैं। इससे आप मानसिक रूप से मजबूत भी बनते हैं।

दूसरों के लिए कुछ करें

तमाम रिसर्च ये साबित कर चुके हैं कि जब आप दूसरों के लिए कुछ करते हैं तो इसके फायदे आपको भी मिलते हैं। दूसरों के प्रति दया भाव रखना और उनकी सहायता करने से आत्मविश्वास बढ़ता है। आपको अपने होने की वजह मिल जाती है। आप समझने लगते हैं कि आपका होना दूसरों के लिए भी जरूरी है। यही बातें आपको मन से प्रसन्न रखती हैं और निरंतर जरूरतमंद लोगों के लिए कुछ करने को प्रेरित करती है। इससे आपका मन भी स्वस्थ रहता है।

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