प्रेग्नेंसी से जुड़े मिथ और सच |Common Myths about Pregnancy

अगर कोई महिला प्रेग्नेंट (pregnant) है, तो मानों उसे सैकड़ों लोग तरह-तरह की सलाह (suggestions) देने वाले मिल जाते हैं। सच बात तो ये है कि प्रेग्नेंट महिला (pregnant woman) खुद भी अपने बच्चे के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार होती है। हर तरह के अंधविश्वास (blind faith) तक को वो मान जाती है।

आज हम इस लेख में कुछ ऐसे ही मिथ्य बातों को जानेंगे, जो अक्सर गर्भवती महिलाएं मान लेती हैं। जबकि इन बातों के पीछे कोई सच्चाई (truth) नहीं है और न ही विज्ञान (science) इस तरह की बातों को स्वीकारता है।

मिथ (myth)दुग्ध उत्पाद और मूंगफली खाने से गर्भ में पल रहे शिशु को इनसे एलर्जी हो सकती है। (Eating peanuts and dairy can make your baby allergic to them)

सच (truth) – इस तरह की बातों का सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है। सच ये है कि अगर कोई गर्भवती महिला स्वयं इन चीजों से एलेर्जिक (allergic) नहीं है, तो वे इन्हें बिना किसी रोकटोक खा सकती है। बस आपको इतना ध्यान रखना है कि डाॅक्टर (doctor) ने आपको क्या खाने की सलाह (what to eat) दी है और क्या नहीं खाने की (what not to eat) सलाह दी है।

असल में प्रेग्नेंसी (pregnancy) के दौरान कुछ आहार (diet) स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होते हैं। इसलिए उन्हें खाकर रिस्क (risk) लेना भी ठीक नहीं है। इनमें कुछ तरह के चीज (cheese), कच्चा मांस (raw meat), मछली (raw fish), आधा पका अंडा (half cooked egg) आदि शामिल हैं।

मिथ (myth) – पेट के आकार को देखकर जाना जा सकता है कि गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी। (There are ways you can tell if it’s a boy or a girl)

सच (truth) – गर्भ में पल हरा शिशु बेटा या बेटी (boy or girl) जानने के भले सैंकड़ों तरीके लोगों ने इजाद किए हैं। लोगों को यह भी कहते सुना गया है कि यदि गर्भवती (pregnant)  महिला सुंदर (beautiful) है तो वे बेटी की मां बनेगी। यदि गर्भवती महिला (pregnant women) का चेहरा ढल गया है, तो वह बेटे को जन्म देगी।

लेकिन यकीन मानिए, इनमें से कोई भी तरीका बिल्कुल सही नहीं है। कोई यह नहीं कह सकता है कि गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी।

अल्ट्रासाउंड (ultrasound scan) एकमात्र ऐसा तरीका है, जिससे आप जान सकते हैं कि आपको बेटा होगा या बेटी। लेकिन वह भी अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन (ultrasound technician) के अलावा कोई सामान्य व्यक्ति बच्चे के जेंडर की जानकारी हासिल नहीं कर सकता है।

हमारे देश में वैसे भी गर्भ में पल रहे शिशु का लिंग जानना गैर कानूनी है। तो क्यों न आप 9 महीने उस नन्ही जान का बाहर आने का इंतजार करें। इसे कुदरत का खूबसूरत करिश्मा और अपने लिए अनमोल तोहफा समझें।

मिथ (myth) – प्रेग्नेंसी में मुझे दो लोगों का खाना खाना चाहिए। (I should be ‘eating for two’ while I’m pregnant)

सच (truth) – क्या सच में आप एक समय में दो लोगों का खाना खा सकती हैं? ध्यान रखें कि यदि प्रेग्नेंट महिला ओवर ईटिंग (over eating) कर लेती है, तो इससे उसका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। ऐसा गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी सही नहीं है। 

प्रेग्नेंसी (pregnancy) में भी संतुलित आहार (balanced diet) ही लें। हां, कभी भी भूखे पेट न रहें। जब भी मन करे, कुछ न कुछ जरूर खाएं। हमेशा हेल्दी (healthy) खाएं।

मिथ (myth) – सीने में जलन होने का मतलब है कि बच्चे के शरीर में काफी बाल हैं? (My heartburn means my baby has lots of hair)

सच (truth) – एक रिसर्च (reaserch) में यह बात सामने आई थी कि सीने में जलन (heartburn) और शिशु के बाल होने के बीच संपर्क होता है। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि  प्रेग्नेंसी में सीने में जलन होना आम बात है।

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