पैसे सेव करने के 4 टिप्स | Simple ways to Save Money

कोरोनावायरस और लाॅकडाउन (coronavirus and lockdown) ने किस तरह लाइफ को इफेक्ट किया है, उसकी यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। करोड़ों लोगों ने इन दिनों अपनी नौकरी गवा दी है। कई लोग ऐसे हैं जो पहले की तुलना में कम सैलेरी (low salary) में काम कर रहे हैं।

ऐसे में लोगों को पैसों का संकट (money problems) आ सकता है। लेकिन आप चाहें तो पैसों के संकट से बच सकते हैं। इसके लिए सही तरह पैसों को सेविंग करने के गुर सीखने (learn ways to save money) होंगे।

खर्चों का रिकाॅर्ड बनाएं (record your expenses)

सेविंग करने का सबसे पहला स्टेप होता है कि आप खर्चों का रिकाॅर्ड तैयार करें। इसका मतलब है कि आप कहां कितना खर्च करते हैं, यह जानने की कोशिश करें। रिकाॅर्ड बनाते वक्त किसी भी छोटी या बड़ी चीज को इग्नोर न करें। चाहे आप दूध का पैकेट लेते हैं या फिर चायपत्ति।

जैसे ही आपका यह रिकाॅर्ड (record) तैयार हो जाए, इसे कैटेगरी में बांट लें। जैसे आप ग्रोसरी, राशन आदि में कितना खर्च करते हैं, यह सब नोट कर लें। इससे आपको अपने खर्च का अनुमान लग जाएगा।

सेविंग का बजट बनाएं (budget for savings)

हर माह आपको कितना सेव (save) करना है, यह तय करें। ऐसा न करें कि हर चीज में कटौती शुरू कर दें। अब चूंकि आपके पास खर्च का एक रिकाॅर्ड है और उसे ऑर्गनाइज कर चुके हैं, तो इसके बाद यह तय करें कि आपके पास सेविंग्स के लिए कितना बजट हो (know your budget for savings) सकता है।

इस बजट में उन खर्चों को भी शामिल करें जो नियमित नहीं होते हैं जैसे कार की सर्विस कराना या फिर एसी सर्विस कराना। इन खर्चों को दिमाग में रखते हुए सेविंग्स का बजट तय करें।

खर्च में कटौती करें (cut your spendings)

अब आपको यह तय करना है कि आखिर आप कहां-कहां खर्च कम कर सकते हैं। अकसर लोग यह बेवकूफी कर बैठते हैं कि सेविंग्स के नाम पर छोटी-छोटी चीजों में समझौता करने लगते हैं। आपको यह देखना है कि क्या आप फालतू का खर्च करते हैं? इस कारण आपका महीने का बजट (budget) गड़बड़ा जाता है? अगर ऐसा है तो उन फिजूल खर्चों को सीमित (limit your expenses) करें। इनमें निम्न चीजें शामिल हो सकती हैं-

-महीने में एक बार ही बाहर का खाना ऑर्डर करें।

-गैर जरूरी चीजों की खरीदारी कम कर दें।

-शाॅपिंग (shopping) में कुछ कटौती करें।

-उन चैनल्स के सब्सक्रिप्शन बंद कर दें, जिनका इस्तेमाल नहीं करते।

-महंगी चीजों को कम प्रीफरेंस दें।

सेविंग के लिए गोल्स सेट करें (set goals for savings)

ध्यान रखें कि सेविंग्स दो तरह से की जाती हैं। एक, शाॅर्ट टर्म सेविंग्स (short term savings) और एक लाॅन्ग टर्म (long term savings) सेविंग्स। सेविंग करने से पहले आप यह सोचें कि आपको सेविंग्स क्यों करनी है? शादी के लिए, करियर के लिए, घर खरीदने के लिए? आपका मोटिव क्लियर (clear your motive for savings) होने पर सेविंग्स करना आसान हो जाता है।

शाॅर्ट टर्म सेविंग्स (short term savings) में आते हैं-

-यह एक से तीन साल के अंदर के लिए होता है।

-इमर्जेंसी फंड (emergency fund) जिसमें आप 3 से 9 महीने तक मनी सेव (save money) कर सकते हैं।

-कार की डाउनपेमेंट (downpayment) के लिए कर सकते हैं।

लाॅन्ग टर्म सेविंग्स (long term savings) में आते हैं-

-घर का लोन (house loan) चुकाना है।

-बच्चे की एजुकेशन (children education) के लिए सेव करना है।

-रिटायरमेंट (retirement savings) के लिए तैयारी करनी है।

यहां बताई गई हर चीज को ध्यान में रखते हुए अपनी सेविंग का बजट तय करें। जरूरी हो तो इसके लिए विशेषज्ञों की भी मदद ले सकते हैं।

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