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ब्रेकअप से कैसे उबरें | How to Deal with Breakup

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रिश्ता (relationship) टूटने का गम (sadness) सबको होता है। कुछ लोग इससे उबर (deal) जाते हैं। जबकि कुछ लोग इसी सदमे में अपनी जिंदगी (life) गुजारने लगते हैं कि आखिर उनसे कहां चूक (mistakes) हुई? उन्होंने अपनी तरफ से पूरा एफर्ट (effort) नहीं दिया। यही बातें उन्हें अंदर ही अंदर परेशान (tensed) करती रहती है।

यह बात समझना जरूरी है कि जिंदगी (life) कभी भी एक जैसी नहीं चलती। रिश्ता (relationship) भी कई बार ऐसा ही होता है, जिसे हम पूरे दिल से निभाना चाहते हैं, लेकिन निभा नहीं पाते। आपके और पार्टनर के बीच तालमेल न बैठने के कारण ब्रेकअप (breakup) हो जाता है। लेकिन ब्रेकअप को अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी हार (failure) मान लेना कतई सही नहीं है। इसके उलट जरूरी ये है कि उससे उबरने की कोशिश (try to deal with it) की जाए। असल में जब तक आप अपने टूटे हुए रिश्ते को भुलाकर आगे नहीं बढ़ेंगे, आपके दिल में हमेशा एक टीस बनी रहेगी और खुद को हारे हुए व्यक्ति के रूप में देखेंगे। 

खुद से प्यार करें (love yourself)

रिश्ते को आखिरी सफलता समझकर आप खुद से प्यार करना भूल गए हैं। इसलएि ब्रेकअप हो या नहो, किसी ने आपको रिजेक्ट (reject) कर दिया हो, तब भी आप खुद से प्यार करना न (never leave to love yourself) छोड़ें। खुद को बार-बार यह अहसास कराते रहें आप खुद से बहुत प्यार (love) करते हैं। खुद से प्यार करने के कारण आपका काॅन्फिडेंस (it boost your confidence) भी बढ़ता है। जब आपका काॅन्फिडेंस बढ़ता है तो आप किसी भी नए रिश्ते में बंधने के लिए खुद को नए सिरे से तैयार (ready) कर सकते हैं।

गिल्ट से बाहर निकलें (stop feeling guilt)

रिश्ता किसी के भी कारण टूटा हो, लेकिन अब चूंकि आप इसमें नहीं बंधे हैं, तो खुद को ब्रेकअप (breakup) के लिए जिम्मेदार (responsible) ठहराना बिल्कुल सही नहीं है। जब तक आप अपने टूटे हुए रिश्ते के लिए खुद को जिम्मेदार मानते रहेंगे, तब आप गिल्ट (guilt) यानी अपराध बोध से घिरे रहेंगे। अपराध बोध से बाहर निकलना है तो खुद को कोसना बंद (stop blaming yourself) करें। खुद को माफ करना (forgive yourself) सीखें। जब आप खुद को माफ कर देंगे, अपराध बोध की भावना अपने आप आपसे दूर चली जाएगी।

अकेले रहने के फायदे सोचें (Think of the benefits of being alone)

जब आप रिश्ते में बंधते हैं, तो आपकी कई सारी चीजें अपने आप आपसे छूटती चली जाती हैं। चूंकि आप एक बार फिर सिंगल (single) हैं यानी रिश्ते में नहीं (not engaged in a relationship) हैं, तो रिश्ते में न होने के फायदों के बारे में सोच सकते हैं। एक अध्ययन (study) से यह बात सामने आई है कि यदि रिश्ते में न होने के फायदे डायरी में लिखे जाए, तो व्यक्ति खुद को बेहतर महसूस (feel good) करने लगता है।

गलत अवधारणाओं से बाहर निकलें (Get out of the wrong concepts)

‘मैं दोबारा किसी को प्यार नहीं (can’t love again) पाऊंगी’ ‘मैं रिश्तों के मामले में बिल्कुल फेलियर (failure) हूं।’ ‘मुझे कोई पसंद नहीं (nobody will like me) करेगा।’ इस तरह की सोच से खुद को बाहर निकालें। इस बात का ध्यान रखें कि आप सबके लिए अच्छे (good) नहीं हो सकते हैं और न ही सबके लिए बुरे (bad) हो सकते हैं। यदि आपका तालमेल आपके पिछले पार्टनर के साथ नहीं बैठता है, इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप दोबारा किसी को पसंद नहीं आएंगे या किसी और को आप इतना प्यार नहीं कर पाएंगे।

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